प्राचीन भारत का इतिहास – Most Important Ancient History One liner questions & Answer
यहाँ विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षाओ में पूछे जाने वाले One Liner Question & Answer की सूचि प्रस्तुत की गयी है.
सिन्धु घटी सभ्यता – One Liner in Hindi
- इतिहास का पिता कहा जाता है → हेरोडोट्स को
- सिंधु सभ्यता प्रसिद्ध थी → सुनियोजित शहर हेतु
- सिंधु सभ्यता के लोगों का व्यवसाय → कृषि
- सिंधुवासीयों का मुख्य फसल → जौ और गेहू
- सिंधु सभ्यता का सर्वाधिक पूर्वी एवं पश्चिमी पुरास्थल है → क्रमशः आलमगीरपुर (मेरठ, उत्तर प्रदेश) तथा सुतकागेंडोर (बलुचिस्तान )
- सिंधु सभ्यता का उतरी एवं दक्षिणी पुरास्थल → क्रमशः माँदा (अखनूर, जम्मू-कश्मीर) एवं दाइमाबाद (अहमदनगर, महाराष्ट्र)
- हड़प्पा सभ्यता के बारे में सबसे पहले जानकारी दी थी → चार्ल्स मैसन ने (1826 ई० में)
- मोहनजोदड़ों एवं हड़प्पा की पुरातात्विक खुदाई के प्रभारी थे → सर जॉन मार्शल
- हड़प्पा की सभ्यता थी → कास्ययुगीन
- सिंधु सभ्यता की लिपि थी → चित्रात्मक
- मिश्र के राजा कहलाते थे → फराओ
- खरोष्ठी लिपि लिखी जाती थी → दाएँ से बाएँ
- आग का आविष्कार → पुरापाषाण काल में
- सबसे पहले पालतू बनाया गया → कुत्ता को
- सिंधु घाटी सभ्यता थी → आद्य ऐतिहासिक
- हड़प्पा स्थित है → रावी नदी के तट पर
- सिंधु सभ्यता का प्रमुख बंदरगाह → लोथल
- हड़प्पा के लोग अनभिज्ञ थे → लोहा से
- हड़प्पा में मिट्टी के बर्तन पर प्रयुक्त रंग → लाल
- मृदभांड, चावल के दाने मिले है → लोथल से
- सिंधु सभ्यता का सर्वमान्य काल था → 2500 से 1750 ई० पू०
- मोहनजोदड़ो स्थित है → पाकिस्तान में
- मोहनजोदड़ो की खोज की → रखालदास ने
- नर्तकी की कास्य मूर्ति मिली → मोहनजोदड़ों से
- सैंधव सभ्यता की सबसे बड़ी इमारत है → मोहनजोदड़ो से प्राप्त अन्नागार
- मोहनजोदड़ो (खोज-1922 में) से प्राप्त प्रमुख स्मारक है → वृहत स्नानागार
- मेसोपोटामिया (आधुनिक नाम-इराक) का हड़प्पा की खुदाई हुई थी → दयाराम साहनी के नेतृत्व में ( 1921 में)
- सिंधु घाटी के लोगों ने पूजा की → मातृदेवी की
वेद, पुराण तथा उपनिषद – One Liner in Hindi
- पुराणों की संख्या (रचना-गुप्तकाल) → 18
- सबसे प्राचीन पुराण है → मत्स्यपुराण
- पुराणों के रचयिता → लोमहर्ष एवं उग्रश्रवा
- वेदों व वेदांगों की संख्या → क्रमशः 4 एवं 6
- उपनिषद की संख्या → 108 (प्रमाणिक-13)
- पुराणों का अध्ययन करने वाला प्रथम मूसलमान था → अलबरूनी
- उपनिषद् विषय वस्तु है → दर्शन का
- ब्राह्मण संबंधित है → कर्मकांड से
- सबसे प्राचीनतम् वेद → ऋग्वेद (सूक्त-1028)
- गद्य एवं पद्य वाला वेद है → यजुर्वेद
- शतपथ ब्राह्मण संबंधित है → यजुर्वेद से
- तंत्र-मंत्र संग्रहीत वेद है → अथर्ववेद
- भारतीय संगीत का जनक है → सामवेद
- ‘गायत्री मंत्र’ लिया गया है → ऋग्वेद से
- ‘गायत्री मंत्र’ के रचनाकार → विश्वामित्र
- गायत्री मंत्र समर्पित है → सूर्य देवता को
- ‘गोत्र’ शब्द मिलता है → अथर्ववेद में
- भागवत धर्म के प्रवर्तक थे → कृष्ण
- भक्ति आन्दोलन का प्रारंभ → अल्वर संतों ने
- आर्यों के जानकारी का स्त्रोत है → ऋग्वेद
- ऋग्वेद में सर्वाधिक बार वर्णित नदी → सिंधु
- ऋग्वेद में वर्णित सबसे पवित्र नदी → सरस्वती
- ऋग्वेद में वर्णित प्रमुख देवता → इन्द्र (पुरंदर)
- ऋग्वेद में सबसे बाद निर्मित मंडल → 10वाँ
- ऋग्वेद में पूर्णतः सोम को समर्पित मंडल → नौवाँ
- ‘सत्यमेव जयते’ लिया गया है → मुण्डकोपनिषद् से
- प्राचीन हिन्दू विधि का लेखक है → मनु
- स्मृति ग्रंथों में सबसे प्राचीन है → मनुस्मृति
- पुस्तक ‘मिताक्षरा’ के लेखक → विज्ञानेश्वर
- महाभारत का अन्य नाम है → जय संहिता
- महाभारत (रचना-वेदव्यास) के फारसी अनुवाद का शीर्षक है → रज्मनामा
आर्य – One Liner in Hindi
- आर्यों का भारत आगमन → 1500 ईफू से पहले
- आर्य पहले बसे → पंजाब एवं आफगानिस्तान
- ऋग्वैदिक आर्यों की भाषा थी → संस्कृत
- आर्य लोग भारत आये थे → मध्य एशिया से
- शून्यवाद का प्रतिपादक है → नागार्जुन
जैन तथा बुद्ध धर्म – One Liner in Hindi
- बुद्ध जन्मे थे → लुम्बनी में (563 ई०पू०)
- बुद्ध की मृत्यू → कुशीनगर में (483 ई०पू०)
- बुद्ध की मृत्यु की घटना है → महापरिनिर्वाण
- बुद्ध के प्रथम गुरू थे → अलारकलाम
- बुद्ध द्वारा गृहत्याग की घटना है → महाभिनिष्क्रमण
- बुद्ध का प्रथम प्रवचन कहलाता है → धर्मचक्रप्रवर्तन
- बुद्ध ने सर्वप्रथम उपदेश दिया → सारनाथ में
- बुद्ध ने उपदेश दिया था → पाली भाषा में
- बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश दिए → श्रावस्ती में
- बौद्ध धर्म के त्रिरत्न है → बुद्ध, धम्म और संघ
- बौद्ध धर्म ग्रहण करने वाली प्रथम महिला → गौतमी
- बुद्ध के पूर्वजन्म पर आधारित कथा → जातक
- प्रथम बौद्ध संगीति → 483 ई०पू० हुआ था
- आजातशत्रु के काल में (राजगृह में) चतुर्थ बौद्ध संगीति हुआ था → कुण्डलवन (कश्मीर) में
- कनिष्क के समय बौद्ध संगीति के आयोजन स्थल का क्रम है → राजगृह, वैशाली, पाटलिपुत्र, कश्मीर
- अजंता की गुफाओं में किस ग्रंथ का चित्रण है → जातक (बौद्धों का पवित्र ग्रंथ)
- बौद्ध धर्म का प्रमुख ग्रंथ है → पिटक
- बौद्ध धर्म का पूजा स्थल है → चैत्य मंडप
- ‘बुद्धचरित’ के लेखक है → अश्वघोष
- आजीवक पंथ का प्रवर्तक → मक्खली गोशाल
- सिक्खवाद का प्रवर्तन → 1500 ई ( 16वीं सदी)
- सूफी धर्म आन्दोलन का विकास → 9वीं सदी में
- इस्लाम के प्रर्वत्तक हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था → 570 ई० (मक्का में) में
- जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर थे → ऋषभदेव
- जैन धर्म के अंतिम (24वाँ) तीर्थंकर → महावीर
- जैन तीर्थंकर की जीवनी का उल्लेख → कल्पसूत्र
- महावीर जन्मे थे → वैशाली में (540 ई०पू०)
- महावीर की मृत्यू → पावापुरी में ( 468 ई०पू०)
- महावीर किस राजघराने में पैदा हुए → क्षत्रीय महावीर का
- प्रथम अनुयायी → जमाली (दामाद)
- महावीर और बुद्ध दोनों ने उपदेश दिया था → मगध नरेश
- बिम्बिसार के शासनकाल में जैनधर्म के त्रिरत्न है → सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण
- जैनधर्म के दो सम्प्रदाय → श्वेताम्बर और दिगम्बर
- जैनधर्म का चरम लक्ष्य है → मोक्ष
- प्रथम जैनसभा → (322 ई०पू०) हुई थी
- आगम ईसा मसीह का जन्म → 4 ई०पू० (बेथलेहम में)
- ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया → 33 ई० में (शुक्रवार को, रोमन गवर्नर पोंटियस द्वारा)
मगध साम्राज्य – One Liner in Hindi
- मगध की राजधानी थी → गिरिव्रज (राजगृह)
- सोलह महाजनपदों की सूची उपलब्ध है → अंगुत्तरनिकाय में
- शिशुनाग वंश का संस्थापक था → शिशुनाग
- पाटलिपुत्र की स्थापना की थी → उदायिन ने
- पाटलिपुत्र बसा है → गंगा-सोन के संगम पर
- हर्यक वंश का संस्थापक था → बिम्बिसार
- अमित्रघात के रूप में प्रसिद्ध था → बिन्दुसार
- जनपद ‘अवन्ति’ की राजधानी थी → उज्जैन
- नंद वंश का अंतिम शासक था → धनानंद
- भारत पर सर्वप्रथम आक्रमण किया → ईरान ने
- भारत पर आक्रमण (326 ई०पू०) करने वाला पहला विदेशी शासक था → सिकन्दर
- सिकन्दर और पोरस (पंजाब) के बीच का युद्ध कहलाता है → हाइडेस्पीज (वितस्ता) का युद्ध
- सिकन्दर की मृत्यु→ 323 ई०पू० (बेबीलोन में)
मौर्य वंश – One Liner in Hindi
- मौर्य वंश का संस्थापक था → चन्द्रगुप्त मौर्य
- मौर्य वंश की जानकारी मिलती है → विष्णुपुराण से
- सुदर्शन झील का निर्माण – चन्द्रगुप्त मौर्य ने
- चन्द्रगुप्त अनुयायी था – जैनधर्म का
- चन्द्रगुप्त मौर्य के गुरू एवं महामंत्री – चाणक्य
- भारत का मैकयावेली कहा जाता है – चाणक्य को
- चाणक्य (विष्णुगुप्त या कौटिल्य) रचित ‘अर्थशास्त्र’ पुस्तक है – प्रशासन के उपर
- चन्द्रगुप्त ने जैन धर्म की शिक्षा ली – भद्रबाहु से
- चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में आने वाला प्रसिद्ध यूनानी था- मेगास्थनीज (पुस्तक-इंडिका)
- चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपना अतिम दिन (मृत्यु-298 ईफू) बिताया – श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) में
- अपने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म को अपनाया था – चन्द्रगुप्त मौर्य ने
- शिलालेख का प्रचलन प्रारंभ किया – अशोक ने
- अशोक ने ‘धम्म’ स्वीकार किया था – कलिंग युद्ध (261 ई०पू०) के बाद
- अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए श्रीलंका भेजा था – महेन्द्र एवं संघमित्रा को
- अशोक का राज्याभिषेक हुआ – 269 ई०पू० में
- अशोक का सबसे लंबा स्तम्भ है – सातवाँ
- अशोक का नाम ‘अशोक’ है – मॉस्की (आंध्र प्रदेश) एवं गुर्जरा ( म० प्र०) अभिलेख में
- अशोक ने स्वयं को मगध का सम्राट बताया – भाबू (बैराट) स्तंभ लेख (जयपुर, राजस्थान) में
- कलिंग युद्ध की विजय तथा क्षतियों का वर्णन मिलता है – अशोक के शिलालेख-13 में –
- सांची का स्तुप बनवाया था – अशोक ने
- श्रीनगर की स्थापना किया था – अशोक ने
- अशोक के अभिलेखों की खोज 1750 ई० में सर्वप्रथम किया था → टी-फैन्थलर ने
- अशोक के अभिलेख को सर्वप्रथम पढ़ा था – जेम्स प्रिंसेप ने ( 1837 ई० में)
- अशोक की मृत्यु हुई थी – 232 ई० पू०
- हरिषेण का इलाहाबाद प्रशस्ति लेख जानकारी देता है – समुद्रगुप्त का
- मौर्य वंश का अंतिम शासक था – वृहद्रथ
- शुंग वंश की नींव डाली थी – पुष्यमित्र शुंग ने
- भरहूत स्तूप का निर्माणकर्ता था – पुष्यमित्र शुंग
- शुंग वंश का अंतिम शासक था – देवभूति
- भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाला प्रथम यवन शासक था → डेमेट्रियस प्रथम
- डेमिट्रियस को पराजित किया – पुष्यमित्र शुंग ने
- पुष्यमित्र शुंग ने अश्वमेघ यज्ञ कराया था – दो
सातवाहन वंश – One Liner in Hindi
- सातवाहन वंश की स्थापना की थी – सिमुक ने
- दशराज युद्ध (दस राजाओं का युद्ध) लड़ा गया → परूष्णी नदी के तट पर
- भारत में सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी किए → हिन्द-यूनानीयों ने
- शुद्ध सोने के सिक्के चलवाएँ – कुषाणों ने
- सर्वाधिक स्वर्ण मुद्राएँ जारी हुए – गुप्त काल में
- सीसा का सिक्का चलवाया था – सातवाहनों ने
- चाँदी का सिक्का सर्वप्रथम चलवाया था → चन्द्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने
- रुपए का सिक्का भारत में पहली बार ढ़ाला गया – शेरशाह सूरी के शासन काल में
- ‘आना’ का सिक्का चलाया → शाहजहाँ ने
- कुषाण वंश का संस्थापक – कुजुल कडफिसेस
- बुद्ध की खड़ी प्रतिमा बनी – कुषाण काल में
- कुषाण वंश का प्रसिद्ध शासक था – कनिष्क
- कनिष्क की पहली राजधानी थी – पुरूषपुर
- कनिष्क की दूसरी राजधानी थी – मथुरा
- मंदिर निर्माण कला में विमान शैली का प्रचलन हुआ था → चोलवंश के शासन में
- दशमलव प्रणाली का जन्म हुआ- गुप्त काल में
- राष्ट्रीय पंचांग आधारित है – शकसंवत् पर
- ‘चरक’ थे – आर्युवेद के जनक
- ‘सिल्क मार्ग’ को आरंभ कराया – कनिष्क ने
- कुषाण वंश का अंतिम शासक था – वासुदेव
गुप्त वंश – One Liner in Hindi
- गुप्त वंश की जानकारी मिलती है – वायुपुराण से
- समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा था – बीसेंट आर्थर स्मिथ ने
- सिक्कों पर वीणा बजाते स्थित है – समुद्रगुप्त
- ‘भारत का बिस्मार्क’ है – बल्लभभाई पटेल
- ‘भारत का आइंस्टीन’ है – नागार्जुन
- ‘भारत का मिल्टन’ है – अश्वघोष
- ‘ईरान का नेपोलियन’ है – नादिरशाह
- समुद्रगुप्त का दरबारी कवि था – हरिषेण
- प्रसिद्ध चीनी बौद्ध यात्री फाह्यान आया था – चन्द्रगुप्त द्वितीय के काल में ( 5वीं शताब्दी)
- चन्द्रगुप्त-॥ (विक्रमादित्य) ने अपनी दूसरी राजधानी बनाया था – उज्जैन को
- विक्रम संवत् प्रारंभ हुआ था – 58 ई० पू०
- गुप्तकालीन रजत एवं स्वर्ण मुद्राओं का नाम था → क्रमशः रूपक और दिनार
- नालन्दा विश्वविद्यालय का संस्थापक – कुमारगुप्त
- नालंदा विश्वविद्यालय को ध्वस्त किया – बख्तियार खिलजी ने (मोहम्मद गोरी का सेनापति)
- विक्रमशीला विश्वविद्यालय की स्थापना किया था – धर्मपाल (770-810 ई०) ने
- महरौली में स्थित राजाचन्द्र के लौह स्तम्भ को बनवाया था → चन्द्रगुप्त द्वितीय ने
- गंगई कोंड कहा जाता है – राजेन्द्र प्रथम को
- गुप्तकाल की राजकीय भाषा थी – संस्कृत
- भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग कहा जाता है – गुप्तकाल को
- गुप्त वंश का अंतिम शासक था – विष्णुगुप्त
प्रमुख राजवंश – One Liner in Hindi
- वर्द्धन साम्राज्य का संस्थापक था – पुष्यभूति
- पुष्यभूति वंश का संस्थापक था – नरवर्द्धन
- हर्षवर्धन ने अपनी राजधानी थानेश्वर से स्थापित किया था – कन्नौज
- भूमि देने की सामंती प्रथा को प्रारंभ किया था – हर्षवर्द्धन ने
- चीनी यात्री ह्वेनसांग किसके शासनकाल में भारत आया था – हर्षवर्द्धन (606-647 ई०)
- ह्वेनसांग द्वारा लिखित पुस्तक है – सी-यू-की
- यात्रियों में राजकुमार कहा जाता है – ह्वेनसांग को
- ‘नीति का पंडित’ और ‘शाक्य मूनि’ किसे कहा जाता है – ह्वेनसांग को
- हर्षवर्धन का दरबारी कवि था – बाणभट्ट
- पुलकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को 634 ई० में पराजित किया था – नर्मदा नदी के तट पर
- हर्षवर्धन प्रत्येक पाँच वर्ष बाद धार्मिक सम्मेलन करता था – प्रयाग में
- पल्लव वंश का संस्थापक था – सिंहविष्णु
- पल्लवों की राजधानी – कांचीपूरम् (तमिलनाडु)
- नटराज की मूर्तिया है → चोल काल की
- राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक था – दन्तिदुर्ग
- राष्ट्रकूट वंश की राजधानी थी – मान्यखेट
- चालुक्यों की राजधानी थी – वातापी
- कल्याणी के चालुक्य वंश की स्थापना किया था – तैलप द्वितीय ने
- चोल वंश का अंतिम राजा था – राजेन्द्र।
- भारत में प्रथम बार सैनिक शासन व्यवहार में लाया था – ग्रीकों ने
- नौ सैनिक शक्ति के लिए प्रसिद्ध था – चोल
- ‘स्थानीय स्वशासन’ विशेषता थी – चोल वंश का
- होयसल वंश की राजधानी थी – द्वारसमुद्र
- हुणों का आक्रमण हुआ – स्कन्दगुप्त के समय
- हूणों का प्रथम शासक था – तोरमाण
- सैय्यद वंश का संस्थापक था – खिज्र खाँ
- सैय्यद वंश का अंतिम शासक था → अलाउद्दीन आलमशाह
- टोपी सीकर अपना जीवन निर्वाह करने वाला सुल्तान था → नासिरूद्दीन महमूद
- मिहिरगुला पराजित हुआ था – यशोवर्मन द्वारा
- संगम युग का महान शासक – करिकाल
- संगम का तात्पर्य है – कवियों की गोष्ठी
- प्रथम एवं तृतीय संगम हुआ था – मदुरै में
- द्वितीय संगम हुआ – कपाटपुरम (अलवै) में
- प्रथम संगम के अध्यक्ष थे – आगस्त्य ऋषि
- जजिया कर का प्रचलन किया था – मुहम्मद-बिन-कासिम ने
मध्यकालीन भारत का इतिहास – Most Important Medieval History One liner questions & Answer
- अरबों ने भारत पर आक्रमण किया था – मुहम्मद-बिन कासिम के नेतृत्व में
- भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम मुस्लिम था – मुहम्मद-बिन-कासिम (712 ई० में)
- महमूद गजनवी ने भारत पर हमला किया था – 17 बार (पहला आक्रमण 1001 ई० में)
- 1191 ई० की तराईन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने हराया था – मोहम्मद गोरी को
- 1192 ई० की तराईन के द्वितीय युद्ध में मोहम्मद गोरी ने हराया था – पृथ्वीराज चौहान को
- 1025 में सोमनाथ मंदिर को लुटा गया था → महमूद गजनवी द्वारा
- मुहम्मद बिन तुगलक अपनी राजधानी दिल्ली से ले गया था – दौलताबाद
- तैमूरलंग ने भारत पर आक्रमण किया था – 1398 ई० में (नासिरूद्दीन महमूद के काल में)
- जौनपुर नगर का संस्थापक – फिरोजशाह तुगलक
- हैदराबाद स्थित चारमीनार को बनवाया था – कुली कुतुबशाह ने ( 1591 में)
- ‘कश्मीर का अकबर’ कहा जाता है → जैनुल आबदीन को
- तंजौर के बृहदेश्वर मंदिर (द्रविड़ शैली) को बनवाया था → चोल शासक राज राज प्रथम ने
- जयपुर के राजा सवाई जयसिंह ने किन चार स्थानों पर जंतर-मंतर का निर्माण करवाया था – दिल्ली, उज्जैन, जयपुर तथा मथुरा
- ‘पूर्व’ का सिराज’ कहा जाता है – जौनपुर को
- तालीकोटा का युद्ध हुआ – 1565 में (विजय नगर और बहमनी राज्यों के संघ के मध्य )
- मीराबाई समकालीन थी – तुलसीदास के
- मीराबाई का जन्म हुआ था – 1499 ई० के लगभग मेड़ता के कुदकी नामक ग्राम में
- दोहरी शासन नीति को समाप्त किया था – वारेन हेस्टिंग्स ने (1772 ई० में)
- रानी लक्ष्मी बाई को अंतिम युद्ध में सामना करना पड़ा था – ह्यूरोज का
- अनुशीलन समिति की स्थापना – बारीन्द्र घोष एवं भूपेन्द्रनाथ दत्त ने (1907 में, कलकता में)
- भक्त तुकाराम समकालीन थे – जहाँगीर के
- गुलाम वंश (सल्तनत काल) की स्थापना 1206 ई० में किया था –कुतुबुद्दीन ऐबक ने
- दिल्ली का पहला मुसलमान शासक था – कुतुबुद्दीन ऐबक
- कुतुबमीनार का निर्माण कार्य पूरा (शुरू – कुतुबुद्दीन ऐबक) करवाया था – इल्तुतमिश ने
- इक्तादारी व्यवस्था का प्रचलन प्रारंभ किया था – इल्तुतमिश ने
- कुतुबमीनार का निर्माण किया गया था → बख्तियार काकी की स्मृति में
- ‘लाख बख्श’ कहा जाता है कुतुबुद्दीन ऐबक को
- ‘ढ़ाई दिन का झोपड़ा’ बनवाया – कुतुबुद्दीन ऐबक ने
- मोहम्मद गोरी ने प्रथम अक्ता प्रदान किया था – कुतुबुद्दीन ऐबक को
- कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु हुई थी – चौगन खेलते समय घोड़ा से गिरकर
- ‘इक्ता’ सेना का गठन किया था – इल्तुतमिश ने
- दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाला पहला अफगान शासक था – बहलोल लोदी
- दिल्ली सल्तनत की राजभाषा थी – फारसी
- दिल्ली सल्तनत का अंतिम शासक था – इब्राहिम लोदी
- गुप्तचर विभाग को संगठित किया – अलाउद्दीन ने
- दु-अस्पा तथा सी-अस्पा मनसब की शुरूआत की थी – जहाँगीर ने
- चाँदी का ‘टंका’ और ताँबे का ‘जीतल’ नामक सिक्का चलाया था – इल्तुतमिश ने
- शुद्ध अरबी सिक्के जारी करने वाला पहला तुर्क सुल्तान था – इल्तुतमिश
- चंगेज खाँ ने भारत पर आक्रमण किया था – चंगेज खाँ ने
- भारत पर आक्रमण किया था – इल्तुतमिश के शासन काल में
- कुतुबुद्दीन ऐबक का मकबरा है – लाहौर में
- मुहम्मद-बिन-तुगलक का मूल नाम – जूना खाँ
- सनकी (पागल) सुल्तान – मुहम्मद बिन तुगलक
- भारत में सर्वप्रथम सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन किया था – मोहम्मद-बिन-तुगलक ने
- इब्नबतुता (मोरक्को यात्री) भारत आया था – मुहम्मद बिन तुगलक के समय
- मीनाक्षी मंदिर अवस्थित है – मदुरई में
- गोमतेश्वर की मूर्ति स्थित है – कर्नाटक में
- हम्मूराबी शासक था – बेबीलोन का
- अलीनगर की संधि हुई थी – 1757 ई० में
- घोड़ा दागने तथा हुलीया बदलने की – अलाउद्दीन खिलजी ने चलाया था
- ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू किया था – अलाउद्दीन खिलजी ने
- विजयनगर की प्रथम राजधानी थी – हम्पी
- विजयनगर की दूसरी राजधानी – पेनुकोण्डा
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की थी – 1336 ई० में हरिहर और बुक्का भाईयों ने
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसके शासन काल में हुई थी – मुहम्मद-बिन-तुगलक
- कृष्णदेव राय के राजगुरू थे व्यास राज ‘आंध्रभोज’ कहा जाता है – कृष्णदेव राय को
- विठ्ठल मंदिर का निर्माण करवाया था – कृष्णदेव राय ने
- बहमनी राज्य का संस्थापक – अलाउद्दीन हसन गंगु
- बहमनी साम्राज्य की राजधानी थी – गुलबर्गा
- बहमनी वंश का अंतिम शासक – कलीमुल्लाह
मुग़ल साम्राज्य – One Liner in Hindi
- मुगलवंश साम्राज्य का संस्थापक – बाबर
- मुगल शासकों का सही क्रम है – बाबर, हुमायूँ, अकबर, जहाँगीर, शाहजहाँ, बहादुरशाह
- बाबर का पूरा नाम था – जहीरूद्दीन बाबर
- बाबर का ज्म – 24 फरवरी, 1483 ( फरगना में)
- बाबर की मृत्यु हुई थी – 27 दिसम्बर, 1530 को
- खानवा का युद्ध (17 मार्च, 1527) किसके बीच हुआ था – बाबर और राणा सांगा
- ‘बाबरनामा’ की रचना किया था – बाबर (तुर्की भाषा में) ने
- बाबर को भारत पर आक्रमण के लिए निमंत्रण दिया – दौलत खाँ लोदी और आलम खाँ ने
- बाबर की इब्राहीम लोदी पर विजय का कारण था – तोपखाना
- प्लासी का युद्ध हुआ था – 23 जून, 1757 को (अंग्रजों और सिराजुद्दौला के बीच)
- प्लासी की लड़ाई (1757) में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किया था – लार्ड क्लाइव ने
- प्लासी युद्ध का मैदान स्थित है – पं. बंगाल में
- पानीपत के प्रथम युद्ध (1526 ई०) में बाबर ने पराजित किया था – इब्राहीम लोदी को
- पानीपत के द्वितीय युद्ध (5 नवम्बर, 1556 ई०) में अकबर ने पराजित किया था – हेमू को
- पानीपत के तीसरा युद्ध (1761 ई) में अहमदशाह अब्दाली ने पराजित किया था – मराठों को
- पानीपत की लड़ाई में मुगल सेना का नेतृत्व किया था – बैरम खाँ ने
- जहाँगीर का मकबरा बनवाया था – नूरजहाँ ने
- ‘बिना ताज के बादशाह’ कहा जाता है – सुरेन्द्रनाथ बनर्जी को
- ‘लम्पट मुर्ख’ कहा जाता है – जहाँदार शाह को
- अकबर का जन्म अमरकोट (पाकिस्तान) में हुआ था – 15 अक्टूबर, 1542 को
- अकबर का राज्याभिषेक 14 फरवरी, 1556 ई० में हुआ था – कालानौर किला में (पंजाब)
- अकबर की माँ का नाम था – हमीदा बानू
- अकबर ने ‘जड़ी कलम’ की उपाधि दिया था – मुहम्मद हुसैन कश्मीरी को
- अकबर ने ‘शीरी कलम’ की उपाधि दी थी – अब्दुस्समद को
- सर्वाधिक धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण रखनेवाला मुगल शासक था – अकबर
- अकबर के दरबार में आने वाला पहला अंग्रेज – रॉल्फ फिच
- हल्दी घाटी का युद्ध (18 जून, 1576) किसके बीच हुआ – अकबर और महाराणा प्रताप
- अकबर को दफनाया गया – सिकंदरा में
- अकबर का संरक्षक था – बैरम खाँ
- मुगलकाल की राजकीय भाषा थी – फारसी
- फतेहपुर सिकरी के बुलंद दरवाजा को बनवाया था – अकबर ने 1572 ई० में (गुजरात विजय के उपलक्ष्य में)
- अकबर ने चितौड़ पर विजय प्राप्त की – 1567 में
- ‘सिर-ए-अकबर’ के लेखक थे – दारा शिकोह
- तुलसीदास समकालीन थे – अकबर के
- अकबर ने दास प्रथा का अंत किया – 1562 में
- मनसबदारी प्रथा का प्रवर्तन किया – अकबर ने
- ‘दीन-ए-इलाही’ या ‘तौहीद-ए-इलाही’ धर्म को अकबर ने शुरू किया – 1582 में
- बीरबल का वास्तविक नाम था – महेश दास
- फैजी तथा बीरबल था – अकबर के दरबार में
- तुगलक वंश का अंत हुआ – 1412 ई० में
- भक्ति आन्दोलन की पृष्ठभूमि तैयार किया था – रामानुजाचार्य ने
- मुगल दरबार में उपस्थित होने वाला पहला अंग्रेज था – विलियम हॉकिन्स (1608-1611 ई०)
- सम्राट जहाँगीर के समय प्रसिद्ध चित्रकार (पक्षियों का) – उस्ताद मंसूर एवं अबुल हसन
- मुमताज महल का असली नाम था – अरजुमन्द बानो बेगम
- दिल्ली के प्रसिद्ध लाल किला तथा जामा मस्जिद को बनवाया था – शाहजहाँ ने
- शाहजहाँ का जन्म हुआ था – 5 जनवरी, 1592 ई० को (लाहौर में)
- शाहजहाँ के बचपन का नाम था – खुर्रम
- शाहजहाँ की माता का नाम था – जगत गोसाई
- शाहजहाँ को कैद करके औरंगजेब ने रखा था – आगरा के किला में
- आगरे के लाल किले में जामा मस्जिद का निर्माण किसने कराया – जहाँआरा बेगम ने
- दिल्ली के लाल किले में मोती मस्जिद का निर्माण करवाया था – औरंगजेब ने
- तानसेन का मकबरा स्थित है – ग्वालियर में
- तानसेन के प्रारंभिक गुरू थे – मुहम्मद गौस
- ‘हुमायूँनामा’ के रचनाकार – गुलबदन बेगम
- औरंगजेब द्वारा चलाये ‘जिहाद’ का अर्थ है – दारूल इस्लामी
- अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया 18 था – मीर बकी ने (बाबर का सेनानायक)
- फतेहपुर सिकरी स्थित ‘पंचमहल’ को बनवाया था – अकबर ने
- बाबरनामा का फारसी में अनुवाद किया था – अब्दुल रहीम खान खाना ने
- हुमायूँ का पूरा नाम – नासिरूद्दीन हुमायूँ
- ज्योतिष में विश्वास रखता था – हुमायूँ
- सप्ताह के सातों दिन सात रंग के कपड़े पहनने के नियम बनाए – हुमायूँ ने
- 25 जून, 1539 में चौसा के युद्ध में शेर खाँ (शेरशाह) ने पराजित किया था – हुमायूँ को
- हुमायूँ का मकबरा का निर्माण हुआ – अकबर की सौतेली माँ हाजीबेगम के देखरेख में
- हुमायूँ का मकबरा (दिल्ली) का निर्माण किया था – मीरक मिर्जा ग्यास (प्रधान कारीगर) ने
- जहाँगीर का मकबरा स्थित है – शहादरा में
- जहाँगीर के बचपन का नाम था – सलीम
- ‘न्याय की जंजीर’ स्थापित किया था – जहाँगीर ने
- मयूर सिंहासन में हीरा लगा था – कोहीनूर का
- मयूर सिंहासन पर बैठने वाला अंतिम मुगल शासक था – मुहम्मद शाह
- मयूर सिंहासन को बनाया था – बे बादल खाँ ने
- लौह एवं रक्त की नीति को अपनाया– बलवन ने
- बलबन का पूरा नाम था- ग्यासुद्दीन बलबन
- अमीर खुसरो दरबारी कवि था – बलबन का
- बलबन का वास्तविक नाम था – बहाउद्दीन
Modern history